Rimjhim girti hai boonde..
Rumjhum behti hai saanse..
रिमझिम गिरती है बूंदे..
रुमझुम बहती है साँसे..
Sarsarati hawaoon me .. lehrate hai khwab sare.
Bhige bhige is mausam me .. machalte hai armaan sarre..
Mehkti fizaoon me .. gungunate hai fool saare..
सरसराती हवाओं में ..लहराते है ख्वाब सारे..
भीगे भीगे इस मौसम में ... मचलते है अरमान सारे..
महकती फिज़ाओं में ... गुनगुनाते है फूल सारे..
Osh ki boondo ki tarah behkta hai man mera..
mitti ki bhigi khusbu ki tarah mehkta hai youvan tera..
ओस
की बूंदों की तरह बहकता है मन मेरा ..
की बूंदों की तरह बहकता है मन मेरा ..
मिट्टी की भीगी खुशबू
की तरह, महकता है यौवन तेरा
की तरह, महकता है यौवन तेरा
Gulshan khusnuma hai aaj
Ishq mehrbaan hai aaj
गुलशन खुशनुमा है
आज
आज
इश्क मेहरबान है
आज
आज
Roohani kashish hai ye ..
ya jismani khalish..
Tere badan ki khusbu hai..
ya teri aankhon ki hansi..
रूहानी कशिश है ये..
या, जिस्मानी खलिश..??
तेरे बदन की खुसबू है
या,. तेरी आँखों की हँसी
..
..
Tere ehsaas me lipta main
Tere aahooss me khoya main ..
Tere aaghoos me samaya main..
तेरे एहसास मे लिपटा मैं
तेरे आहोस मे खोया मैं..
तेरे आगोश मे समाया मैं..
Kahin meri ungliyon ke nisaan hai..
kahin tere hothon ki mithas hai..
कहीं मेरी उंगलिओं के निशाँ है
कहीं तेरे होंठों की मिठास है.
lehrati hawaaein hai..
Joro se chal rahi dhadkane hai..
लहराती हवाएं है..
जोरो से चल रही धड़कने है..
Tere badan se lipti ye chadar
Teri band aankhon me sehmi saram
Tere honton ki ye dastak..
Tere chu ne se ye jalan..
तेरे बदन से लिपटी ये चादर..
तेरी बंद आँखों मे सहमी शर्म
तेरे होंठों की ये दस्तक..
तेरे छु ने से ये जलन...
…. Bhar loon tujhe , apni baahoon me…
... भरलूं तुझे अपनी बाहों मैं..
Yun,.. Rimjhim girti hai yee boonde…
Yun,.. Rumjhum behti hai yee saanse..
यूँ... रिमझिम गिरती है ये बूंदे
यूँ.. रुमझुम बहती है साँसे..